यह फ़िल्म आज के वर्तमान समाज को आईना दिखाने में पूर्ण रूप से सक्षम है। आज के बदलते परिदृश्य में जबकि मानवता शर्मसार हो रही है।लोगों की अपेक्षाएं बढ़ती ही जा रही है, भले ही इसके लिए उन्हें अपने माता- पिता तक को खून के आँसू रुलाने पड़े।माता- पिता के त्याग और उनके संतान के बीच के रिश्ते को जिस खूबसूरती के साथ बागवान मूवी में दिखाया गया है, वो अपने आप में लाजवाब है।