थोर स्वातंत्र्य सेनानी वीर सावरकर जी की महानता इसी में है के ब्रिटिश सरकार ने उनकी बुद्धिमत्ता से डर के, इन्हे हिंदुस्तान की मुख्य धारा से बाहर, काले पानी की सजा दे कर, दूर रखा। किंतु, सजा पूरी होने से पहले ही हिंदुस्तान को लूट कर, उसका विभाजन कर के गोरा अपना मुंह काला कर दिया।
अखंड हिंदुस्तान का सपना देखन वाले इस निडर सेनानी को लक्ष लक्ष प्रणाम।