इस फिल्म को देखने से पहले बस ये पता था कि कश्मीरी पंडितों को कश्मीर से भगाया गया था लोगों को घर छोड़ने पे मजबूर किया गया था,
परंतु इन हैवानों ने इतनी बर्बरता की थी जब फिल्म में इतना दर्शाया गया है तो इन हैवानों ने 1990 में क्या किया होगा इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।