इस फ़िल्म अमिताभ जी ने एक गूंगे का अभिनय किया था। फ़िल्म उनका अभिनयकाबिले तारीफ़ था। गूंगा होने के कारण उन्हें अपने चेहरे और आंखों के हावभाव से सबकुछ बयां करना था और इसमे सफल भी रहे। इस फ़िल्म में उनकी अभिनय क्षमता को देझ , एक फिल्मी पत्रिका में उनकी बहुत तारीफ की गई और उन्हें भविष्य का दिलीप कुमार तक कहा गया। उस समय उस लेख पर ज्यादे ध्यान नही दिया गया पर उस फिल्मी असल9आलोचक की बात अगर चलकर सही साबित हुई