Reviews and other content aren't verified by Google
अन्ध भक्तों के लिए बहुत जरूरी है कि इस किताब का महत्व समझे लोकतंत्र को बचायें झुमले बाजों की पैकेजिंग पोलिटिकल को समझें नही तो ७० साल बोलबोलकर ७० साल पीछे रह जाओगे
The Free Voice: On Democracy, Culture and the Nation (Revised and Updated Edition)