कल ही यें फ़िल्म देखी.. और इतनी प्यारी फ़िल्म मैंने नहीं देखी.. निश्छल प्रेम, सच्ची प्रेम, प्रेम की परिभाषा... और एक विरह की भावना..वो इंतजार... यें फ़िल्म इतने इमोशन लेकर बनी कि आधी फ़िल्म से मैंने रोना शुरू किया जो अंत तक बना रहा... इतनी सुंदर म्यूजिकल फ़िल्म बहुत कम ही बनती है.. जहाँ बॉलीवुड मे ऐसी फिल्मे अब ना के बराबर ही आती है, प्यार को वासना का रूप दिया जाता है उन लोगो के लिए यें फ़िल्म एक बेहतरीन उदहारण से कम नहीं.. वासना से परे.... यें निश्छल प्रेम की कहानी है... मुझे गर्व है कि इतनी सुंदर मराठी फ़िल्म बनी.. यें और भी मशहूर होने की हकदार है ❤️❤️❤️❤️उर्मिला और जीतेन्द्र जोशी का अभिनय वाकई तारीफ के काबिल है. और वो छोटा बच्चा जो की मुख्य पात्र था फ़िल्म का वो भी बेहतरीन है... मुझे मराठी ज्यादा नहीं आती पर फ़िल्म मुझे पूरी समझी. भावनायें ही काफ़ी होती है समझने के लिए ❤️❤️❤️सभी को यें फ़िल्म देखनी चाहिए ख़ासकर आज की युवा पीढ़ी को.. जिनके लिए प्रेम सिर्फ टाइमपास और वासना है. यें फ़िल्म आपको सच्चा प्रेम के मायने सीखा देगी 🤗🤗❤️❤️❤️❤️