कांग्रेस, आतंकवाद और अनुभव सिन्हा जैसे लचर चाटू कैसे एक दूसरे से कनेक्टेड है ये सीरिज इसके बारे में है ।
सीरीज़ बताती है कि आतंकवादी अच्छे और रहमदिल होते हैं।
सीरिज ये भी बताती है कि वाजपेयी असली विलेन था (आतंकवादी नहीं ) जिसने उन आतंकवादियों को छोड़ दिया जिन्होंने बाद में बहुत ख़तरनाक हरकतें की ।
अगर वाजपेयी उन्हें नहीं छोड़ता और सारे यात्री मार दिये जाते तो भी ये फ़िल्म बनती और दिखाया जाता कि वाजपेयी कितना बड़ा राक्षस था जिसने इतने सारे यात्रियों को मर जाने दिया ।
भोली भाली जनता के दिमाग़ से कांग्रेस अब भी खेल रही है कुछ बिकाऊ फ़िल्मकार उठाये जाते हैं और भाजपा के खिलाफ खेल बनाया जाता है ।
लोग कहते हैं कि जर्मन शेफर्ड, सिन्हा, रबीश कुमार जैसे लोग आज भी अडिग हैं , हां ये अडिग हैं उन टुकड़ों के प्रति जो उन्हें बहुत पहले से फेंके जाते रहे हैं और इसलिए भी कि दूसरी तरफ़ वाला बंदा इनकी घटिया हरकतों को शह नहीं देता ।