बहुत खूबसूरती से परम पूजनीय प्रथम सरसंघचालक डॉ केशव राव हेडगेवार जी के जीवन को इस पुस्तक में प्रदर्शित किया गया है किंतु एक बात की शिकायत मुझे इस पुस्तक से है कि इसमें गांधीवाद को उजागर नहीं किया गया। किस प्रकार अंग्रेजों ने एवं गांधी वादियो ने संघ को दबाने और कुचलने का प्रयास किया गया वह इस पुस्तक में पूर्णता से उल्लेखित नहीं है।