सुरुवात मे ये शो अच्छा लग रहा था, लेकीन अब तो original कहानी पुरी तरह बदलकर कुछ और ही दिखा रहे है ....पुरी दुनिया को पेशवा बालाजी, पेशवा बाजीराव, ओर उनके आगे की पेशवाई की पिढी इन सबका परिचय होना जरुरी है, इन सबका पराक्रम, शौर्य, युद्धनिती, निर्णय क्षमता ये सारे गुण दीखाने के बजाय इस शो मे घर परिवार मे होने वाली लढाई झगडे ओर एकदुसरे के खिलाफ षड्यंत्र ही रचते हुये दीखा रहे हैं, जब की यह सत्य नही है...राधाबाई ओर काशीबाई का रिशता मा- बेटी जैसा हुआ करता था....घर की स्त्रिया भी युद्ध निती ओर राजकारण की बाते जानती थी, वाडे के सारे व्यवहार येही लोग संभालती थी, एकदुसरे के प्रति हमेशा स्नेह रहता था, ओर पेशवा के पद की कोई लालसा नाही थी, जबकी शो मे दिखाया है की बलिजी सिर्फ पेशवा पद के लालच मे ही काम कर रहे है......यह सब गलत है......TRP के लिये झूठी बते दिखाकर लोगो को गुमराह करना यही इन जैसे शो किका उद्देश है मे हैराण हू की इस्के khilaf Peshwa ki aaj ke पिढी कैसे चूप बैठी है