व्यथा और वेदना शिक्षक के अपकर्ष व सुख का मानदंड नही होती । यही व्यथा और वेदना उस शिक्षक के लिए अक्षय प्रेरणा का स्रोत है जो उस निश्चय को सतत निश्चित व दृढ़ करती है की उसे उस भविष्य का निर्माण करना है जो सत्य का अनुगामी हो.... धन्य धन्य हर क्षेत्र में सर्वोत्तम रचना...