रोहित शेट्टी भाई कृपा करके पुलिस फ़ोर्स पर एहसान करें और उनके बारे में उल्टा सीधा कुछ भी ना दिखायें।
ना रोहित शेट्टी को लिखना आता है और ना ही संवेदनशील विषय का निर्देशन।
विवेक ओबरॉय और सिद्धार्थ मल्होत्रा भावशून्य चेहरे के साथ ना ही एक्टिंग कर पाते हैं और ना ही ऐक्शन।
नेटफ्लिक्स के पैसे और दर्शकों के समय की बर्बादी