समय ना कट रहा हो करने को कुछ ना हो तो देख लें कि कैसे बडा स्टार भी चूक जाता है ऐतिहासिक वर्तांत की यात्रा इससे पहले सलमान भारत में दिखा चुके हैं वो भी कोई लैंडमार्क नहीं बन सकी थी पर फिल्मांकन के स्तर पर लाल से बेहतर थी , अगर मंद बुद्धि की भावात्मक प्रेम कहानी देखनी हो तो अनिल कपूर की ईश्वर लाजवाब फिल्म थी जो कमल हासन की फिल्म का रिमेक थी लाल सिंह चड्ढा किसी भी नजर से देखने लायक नहीं है फिल्म बहुत लंबी और नीरस है समझ में ही नहीं आता कि फॉरेस्ट गंप से प्रेरित ही क्या है ऐसी कहानियां दादी नानी से पता नहीं कितनी सुनी है