एक बुढ़िया जो तारा की बहन की दादी है ने पूरा TV सीरियल खराब कर दिया। इतनी खराब औरत नही देखी। अपनी ही पोती को बिना शादी के किसी मर्द के साथ छल से रहने के लिये भेजी है। और वो लड़की भी ये जानते हुये की ध्रुव उस से कोई प्यार नही करेगा जिंदगी भर, बिना शादी के रहने के लिए तैयार है। हमारी संस्कृति को इतना भी मत गिरा दिखाओ डारेक्टर साहेब। हमारी संस्कृति इन सब से बहुत ही ज्यादा अच्छी है। पश्चिमी सभ्यता दिखा रहे हो 18वी सदी में। ऐसा दिखाओ की बुढ़िया को ऐसा कष्ट हो कि वो तरप तरप के मरती दिखे लेकिन मर न पाये। ध्रुव तारा जो एक हो रहे थे, उसके वजह से ना हो पा रहे है।
अंत मे आप दिखाओगे की वो बुढ़िया को अपनी गलती का अहसास हुआ और वो बस छोटी सी माफी मांग ली और उसको कोई सजा भी नही मिला।
सबसे अच्छा एक काम करो, उस बुढ़िया को मार दो, फिर ध्रुव तारा की शादी का राज, उस बुढ़िया के साथ ही खत्म हो जाएगा। और इस से आपका TV सीरियल भी 100000 एपिसोड तक चलेगा, ध्रुव तारा के शादी का राज पता करने का फालतू ड्रामा दिखाने में।
बंद करो अब। मन नही करता देखने का। वैसे भी अब छोर दिया हु देखना ये सीरियल।