जवान फ़िल्म ने सिस्टम की पोल खोली है
किस तरह किसानो के साथ बर्ताव होता है छोटे से क़र्ज़ के लिए परेशान किया जाता है और जलील किया जाता है , छोटे से क़र्ज़ के लिए परिवार को भी परेशान किया जाता है
किस तरह का हेल्थ सिस्टम है ग़रीबो के बच्चे और गरीब के लिए ,अस्पतालों में इलाज के नाम पर मज़ाक़ है मरने के लिए छोड़ दिया जाता है , नेता लोग ख़ुद प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवाते है और गरीब सरकारी अस्पतालों में मरते है
नेता लोग और कारोबारी किस तरह देश को लूटते है ये बहुत अच्छे से दिखाया है
आम लोगो को फ़िल्म अच्छी लग रही है बस अंधभक्त परेशान है , देख लिए हो तो अच्छी बात है वरना टिकट बुक करो और देखो