वामपंथी सोच की मूवी...चाइना के गुलाम ये कम्युनिस्ट बॉलीवुडये हर जगह आग लगाने को आतुर हैं...थू हैं इनकी सोच पे और गद्दारी पे...राजकुमार राव की फिल्मों का चुनाव इसी तरह की मूवी होता हैं, ओमार्तो में मुस्लिम आतंकियों के प्रति सहानुभूति, न्यूटन में देश की फ़ौज को बदनाम करना आदि आदि।