एक को संस्कार नहीं दिए,
दूसरी कॉमनिस्ट थी
दोनों को ही घर से संस्कार नहीं मिले माँ पिता ने घर में संस्कार ही नहीं दिए ।
तीसरी कैथोलिक थी उसे इन जैसियों के साथ रहने की सजा मिली , उसे धोखे से खाने-पीने में बेहोशी (नशे) की दवाई डालकर किया ।
इसलिए मैं हमेशा से कहता हूँ इस मूवी से भी पहले सालों से
कि
मैं कहता हूं जिस भी लड़की की भले ही कोई मुस्लिम लड़की या लड़का दोस्त न हो, पर यदि उसकी दोस्त का कोई मुस्लिम लड़का या लड़की दोस्त है तो उस लड़की से भी तुरंत दूरी बना लो👏👏
नहीं तो निकले से नहीं निकल पाओगे उनके चुंगल से
गिनती भूल जाओगे कि कितने आये कितनी बार -- गए ।
😥😡😡