बोर कर रहा है ये बुराई को जीतते हुए बताते है ।सच की जीत अब होनीचाहिये। कुंडली भाग्य व कुमकुम भाग्य दोनो में ही कब तक इतना बेकूफ़ बनाएंगे ।अरे भाई सीरियल पसंद आरहा है इसका मतलब क्या आप हर बार बुराई को जीतते हुए बताओगे। हर चीज का अंत समय पे ना हो तो वो अखरने लगती है।
दोनो सिरियल अपनी गरिमा खोने लगे है।
तनु व आलिया का राज खुलना चाहिए।
कुंडली भाग्य के विलेन का राज खुलना चाहिए ।पृथ्वी व शर्लिन की बदमाशी के आगे सब को बेवकूफ बताना कहा तक जायज है।
वो कुछ भी करने जाए तो क्रिटिकल टाइम में भी प्रीता व करण का सृष्टि व ऋषभ के भाई का प्यार व मज़ाक दिखाते है
नही मज़ाक लगता है सब नेचुरल नई लगता ।
पब्लिक सीरियसली जुड़ जाती है तब पब्लिक की भावनाओ से नही खेलना चाहिए
पूरी परिवार का प्रयास पृथ्वी व शर्लिन की
होशियारी के आगे हर बार हार जाना दिखाना ।ठीक नई लगता । पब्लिक बोर होगी है । अब हर बुराई का अंत करके सीरियल को खत्म करना चाहिए । आज ही लेलो जानकी को गोली लग गई अरे भाई अब राज नई खोलोगे तो कब तक पब्लिक को बोर करने का इरादा है ।
वो मर गई तो कोन बताएगा । कुंडली के कितने राज खोलने बाकी है
वो डॉक्टर बिचारि कब आएगी जिए प्रेग्नेंसीय का राज मालूम था । उसे भगआ दिया केइतने गुनाहो का राज ऐसे ही भूलते रहेंगे डायरेक्टर साहब । कहानी से हट कर कही भूलभुलैया में कहआ चलेजाते हो । पब्लिक नही भूलती।
डायरेक्टर व कहानीकार लगता है पब्लिक को बेवकूफ समझते है हद्द है भाई दोनो सिरियल के राज खोल कर सारे राज खुलासा करो व कुछ नई घटना लाओ तो चलेगा वरना दोनो हो सिरियल फ्लॉप है।
कभी तो इतनी खुननस आती है डायरेक्टर व को कहानी को तोड़ते मरोड़ते है वे सही में अपना व पब्लिक के अमूल्य समय बर्बाद करना है
असल मे वो अपने प्रशंसकों को निराश करते है ।
अब बस बहुत हुआ
बोर करना बंद करे 🙏🙄