*🌷🌹"दुआ"🌹🌷*
हरएक अल्फ़ाज़-ए-दुआ में, छुपी इलाही अरदास होती है।
कुबूल होती है लाज़िमी ही, ये समर्पित-ए-अहसास होती है।
'मोहन' दुआ दें तहेदिल से, पूर्ण दुखियों की आस होती है।
मुराद पा महक उठते हैं वे, जीवन में नूरी सुवास होती है।
🌺शुकर मेरे... रहबरां🌺
🙏धन निरंकार जी🙏