अगर चलना ही था तो फ़िल्म बनाने में खर्चा क्यों किया? वैसे भी लगता है की मजबूरी मैं फ़िल्म बनाई हो।
एक और बात की ऐसी फ़िल्म बनाने से बेहतर है कि बुरे वक्त में पैसों को दान कर दीजिये नाम भी होगा और दुआ भी लगेगी।
उस वक्त सब लोग बोलेंगे "योर मोस्ट वॉन्टेड भाई"