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रोचक शैली में प्रस्तुत उपन्यास में सूर्यपुत्र कर्ण को नायक के रूप में प्रस्तुत किया गया है।इसे पढ़कर कर्ण के प्रति श्रद्धा और गर्व मिश्रित संवेदना जाग्रत होती है। अद्भुत, अविस्मरणीय, पठनीय रचना है।।