मुझे इस फिल्म के लेखक पर गर्व है,
लेखक ने बिलकुल सच्ची कहानी लिखी है,
फिल्म में दिखाया गया है कि,
कुछ गरीब जनता अमीर व्यक्ति की कपट से
अंग्रेजों की गुलामी मैं कैद करवा दी गई।
कल हमारा देश अमीर लोगों के कपटीपन
से ही अंग्रेजों की कैद में गुलाम रहा,
लेकिन आजाद सिर्फ गरीब की लड़ाई
एवम् दमदार हिम्मत ने कराया।।
गरीब की लड़ाई अंग्रेजों से नहीं वल्कि देश के
बेईमान अमीरों से ही रही,
हम अंग्रेजों की कैद में नहीं अपने देश के
अमीरों की ही कैद में थे।।
चाहता हूं एक सच्चा भारतीय इस फिल्म को जरूर देखे।।