ये पिक्चर संजय बरु की लिखी हुई किताब पे अधारित है और अगर इस्मे दिखाई हुई हर एक बात सच है तो फिर डायरेक्टर और निर्माता क्यू बोल रहे हैं के इस्मे दिखाई हुई किसी भी बात की जवाबदेही नही ले सकते ये सिर्फ एक किताब पे अधारित है
एक ऐसी कितब जिसको लाया ही मनमोहं सिंह जी को बदनाम कर्ने के लिये गया था किताब किसी ने पढ़ी नही तो भाजपा वालों ने मूवी निकाल दी पैसे भी भाजपा के लगे हैं और वो अनुपम्ं खेर जिस्ने इस्मे मनमोहन सिंह जी का किरदार निभाया है वो तो खुद ही भाजपा का कूता है इस्मे दिखाई हुई किसी भी बात को सच कैसे मान लिया जाए