ये फिल्म हमारे आस्था के साथ खिलवाड़ किया है।
हर जगह अपनी काल्पनिक चरित्र दर्शाया गया है।
हमारे संस्कृति और संस्कार को धूमिल करने वाली फिल्म आने वाली पीढ़ी को गलत तथ्य परोषेगी।
इस फिल्म का कोई निष्कर्ष नहीं है।
तथ्य विहीन कहानी तथा चरित्र को दर्शाया गया है।
इसको देखने में न तो सकारात्मकता का अनुभव होता है ना हीं आनंद की अनुभूति होती है।।