जीवन के सभी संदेहों को दूर करने के बारे में बड़े स्पष्ट रूप से ऋषि दयानन्द जी द्वारा इस ग्रन्थ में लिखा गया है एक बार जरूर पढ़ें, तर्क बुद्धि वाला व्यक्ति इसको बार बार पढ़ेगा, कुछ कहते हैं कि हर धर्म कि बुराई की हुई है... ऐसा नहीं है उन्होंने केवल वास्तविकता बताई है जो सच है उसको बिना लाग लपेट के लिखा है