मिमी देखा। देखा ही नहीं महसूस किया।
सच में शायद बहुत दिनों बाद। ना ना, कई सालों बाद एक ऐसी इमोशनल कर देनेवाली, फ़ील गुड मूवी देखी। दिल अब भी धड़क रहा है मिमी और राज के मा-बच्चे की इस खूबसूरत फ़िल्मी चित्रांकन पे।
कृति सेनन, आप आज से मेरी सबसे पसंदीदा अभिनेत्रियों में से एक बन गई। पंकज त्रिपाठी,साई तमहांकर,सुप्रिया पाठक,मनोज पाहवा जैसे कलाकारों के बेहतरीन अदाकारी के सामने भी आप ने हमारा ध्यान आप से हटने ही नहीं दिया। क्या परफ़ेक्शन के साथ निभाया इस चरित्र को। दर्शक ये मानने को मजबूर होंगे कि ये किरदार सिर्फ़ आप ही के लिए बना था।
लाजवाब तोहफ़ा बॉलीवुड के दर्शकों को निर्देशक लक्ष्मण उटेकर के तरफ़ से।
फ़िल्म का म्यूजिक 'परम सुंदरी' के अलावा ऐसे सुनने में कुछ ख़ास नहीं लगा था। लेकिन जब फ़िल्म देखी तो सारे गाने सिचुएशन के हिसाब से इतना करेक्ट बैठता था कि सहसा ज़ुबाँ से निकल गया, ए. आर. रहमान है साहब, निराश नहीँ करेंगे।
सिचुएशनल कॉमेडी,पारिवारिक जज़्बातें, सामाजिक संदेश,पॉवरफ़ुल डायलॉग्स,बेहतरीन फिल्मांकन और एक मजबूत कहानी देखने के लिए 'मिमी' देखिए।