आजादी के गुमनाम नायकों को समर्पित यह फिल्म बेहतरीन फिल्म है , भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान जब प्रमुख राष्ट्रीय नेता गिरफ्तार किए जा चुके थे ,तब आन्दोलन को दोबारा जाग्रत कर रेडियों के माध्यम से ऊषा मेहता, राम मनोहर लोहिया, जैसे क्रांति वीरों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ रेडियो के माध्यम से देश में जन भावना को उत्तेजित किया