The purpose of making this type of film is not to create differences between any religions. The purpose of this is that our daughters should be saved from the coming elements. Because this film is not based on any fictional incident, this film is based on a true incident. Every moment a daughter's life ends like this. And those who believe that due to the coming out of this type of truth there will be differences between any religions, then they are wrong. Because the truth needs to come out. And the same people will oppose this type of film who are involved in this type of activities, and they will be exposed by the film. We should thank to all the characters, filmmaker ,director for having the courage to bring out this kind of truth. I always believe in humanity 🙏
इस प्रकार की फिल्म बनाने का उद्देश ये नहीं होता के किसी भी धर्मो के बीच मतभेद हो । इसका उद्देश ये है के हमारी बेटियां आतकी तत्वों से बचे। क्योंकि ये फिल्म कोई काल्पनिक घटना पर आधारित नही है यह फिल्म एक सत्य घटना पर आधारित है। हर पल एक बेटी की जिन्दगी इसी प्रकार खत्म हो जाती है l और जो इस प्रकार के सत्य के बाहर आने से किसी धर्मो के बीच मतभेद आएगा ऐसा मानते है तो वो गलत है । क्योंकि सत्य बाहर आना जरूरी है। और वही लोग इसका प्रकार की फिल्म का विरोध करेंगे जो इस प्रकार की गतिविधिया में सहभागी है ,और फिल्म से उनका पर्दाफास्ट होगा। हमे फिल्म निर्माता निर्देशक से ले के सभी पात्रों का धन्यवाद करना चाहिए के इस प्रकार के सत्य को उन्होंने बाहर लाने का साहस किया । #hindustan #theKeralastory #india