पूरी फिल्म थम्सअप के विज्ञापन समान रही है। 10 हॉलीवुड फिल्मों से सीन चुराकर एक फ़िल्म बना दी गयी है और नाम पठान रख दिया गया है। गाने ऐसे हैं कि फ़िल्म के थिअटर से उतरते ही गायब हो जाएंगे।
पैसे खर्च करके नकली प्रचार और रिव्यु दिए जा रहे। मैंने फ़िल्म देखी नहीं हैं और ना देखूंगा। मेरे मित्र को मुफ्त में फ़िल्म की टिकट मिली थी। उसी की जबानी लिख रहा हूँ।