आजकल के इन शोज में लगता स्वाभिमानी कंटेस्टेंट का अकाल हो गया!जितने आते है उसमें अधिकांश अपनी मज़बूरी और आंसू का ज़्यादा ,गायन प्रतिभा का प्रदर्शन कम करते है।ये सब अधिकांश cooked स्क्रिप्ट ज़्यादा लगता है TRP बढ़ाने के लिए,पब्लिक आज की काफी समझ दार हो गई,तुरंत रिमोट से चैनल बदल देते है।मुझे याद नही आता कि एक आध सिंगर छोड़ कर कोई राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पर उभर पाया।अधिकांश पेड शो आर्टिस्ट बनकर नवरात्रि/अमीरो के शादियों में स्टेज में दिख जाते है।