राम चरित मानस हमारे ग्रन्थों मैं सबसे श्रेष्ठ ग्रन्थ है तथा हमारे समाज मैं किसी भी प्रकार अनीति एवं गलत कार्य होते है।तो हमारे बड़े बुजुर्ग हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के चरित्र के बारे मैं हमे बताया जाता है कि बेटा हो तो भगवान श्री राम की तरह जो अपने पिता की आज्ञा मानकर चौदह वर्ष के लिए वनवास चले गए थे ।