मानो आज ऐसा लगता है जैसे मेरा जीवन सार्थक हो गया । तरह -तरह के सवाल मन में विचरण करने लगे । अदभुत प्रस्तुति! रामानंद सागर कृत रामायण सर्वदा शास्वत है जो कई युगों तक अमर रहेगा । इनके सभी पात्र एक से बढकर एक है । यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी की अगर प्रभू श्री राम , माता सीता और लक्ष्मण जी की बन्द आंखो से जब भी स्मरण करू तो बस रामानंद सागर कृत रामायण के पात्र श्री राम ,माता सीता और लक्ष्मण जी ही लक्षित होते है ।