खैरियत ना पूछो उससे
वो मौत से लड़ कर आया है
अपने ही घर से निकाला गया,
मारा गया, जलील हुआ
खामोश खड़ी थी दुनिया
वो अपनों की लाशें बिना दफनाये आया है
हाल ना पूछो उससे
वो कश्मीर से भाग के आया है...
वह कोई और नहीं हिंदुस्तान का हिंदू था
जिसको बिना गुनाह के किया गया डंडीत
वह कोई और नहीं कश्मीरी पंडित था।।।।