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बेहद उम्दा गायक.. जो देखा, वो गाया
स्वयं गीत लिखे
स्वयं धुन बनाई
स्वयं गाये
क्या कोई आज है?
जबकि आज तकनीक उम्दा है..
1988 में बन्दे की ह्त्या... आज तक जिंदा है और फिल्म ने चमकिला साहब को 100 साल और जिंदा कर दिया.