मैं अक्सर रिव्यू नहीं लिखती मगर इस फिल्म को देखकर लगा अगर अब नही बोला तो बहुत देर हो जायेगी मेरा जन्मदिन था मैने सोचा फिल्म देखी जाए मेरे पति को कम शोक है तो मेने तय किया अक्षय कुमार की फिल्म है कॉमेडी लग रही है शायद ये एंजॉय करें मगर वो मेरा बहुत ही गलत निर्णय था . बहुत ही गंदी फिल्म है सेंसर बोर्ड क्या कर रहा है पता नहीं कोन है जो इस देश के प्रति जहर भर रहा है क्या सिर्फ पैसा कमाना ही जरूरी है एक तरफ तो अक्षय का कैरेक्टर झूठा है एक तरफ ज्ञानी पचता नहीं।।।इस देश में इतनी महानता है कि तुम लोग कुछ भी कर लो हमारी संस्कृति को आंच नहीं पहुंचा सकते शादी एक पवित्र बंधन है माता पिता में संस्कार होगा तभी वो संतानों में संस्कार दे पाएंगे। जो आदमी नंग धडंग घूम रहा है सेक्स कंडोम शराब सिगरेट पी रहा है क्या वही मॉडर्न है मॉडर्निटी का संबंध इनसे नहीं।।। अक्षय जी हम आप के नाम पर फिल्म देखने गए थे जो गलत निर्णय था इस तरह की फिल्म देखने की हमे जरूरत नहीं थी। कुछ भी कूड़ा उठा लो हिंदी में बना दो हिंदी समझने बोलने वाले तो मूर्ख हैं यही सोच है ना