Sign in
Prasad Kulkarni
more_vert
Main menu options
Reviews and other content aren't verified by Google
मन बैरागी तन अनुरागी, कदम कदम दुश्वारी है I जीवन जीना सहेल ना जानो, बहुत बड़ी फ़नकारी है lI औरों जैसे होकर भी हम बाइज़्ज़त है बस्ती में I कुछ लोगोका सीधापन है, कुछ अपनी “ऐैयारी” है II
Aiyaary
Review
·
1y
more_vert
More options