मन्नू भंडारी जी की सभी रचनाएँ बहुत ही अद्भुत हैं और आकर्षिनीय भी हैं। ये कहानी भी कई जज़्बातो से प्रेम से और यादो से भारी हैं इसे पढ़ते दम अपनी खाने याद अति हैं। इसे पढ़ते वक़्त मैं महसूस किया की जैसे यहीं कहानी कुछ मेरी भी हैं। एक कहानी को हम सिर्फ पढ़ते ही नहीं हैं बल्कि उसे पढ़ते पढ़ते उसके हर एक शब्दों को जीते भी हैं। ♥️