यह क़िताब पढ़कर ऐसा लगा कि अपना समय खराब किया है। पैसों की जानकारी के बारे इतनी समझ तो लगभग सभी भारतीय समझते हैं, यह किताब अमेरिकी ओर यूरोपीय लोगों के लिए सही हो सकती पर भारतीय लोगों के लिए बिल्कुल भी नहीं.... इसके बजाय अर्थशास्त्र के ऊपर बहुत सा भारतीय साहित्य है वो पढ़ने पर इस किताब से तो कई गुणा ज्यादा अच्छी जानकारी मिल सकती हैं।
धन्यवाद