दक्षिणपंथ विरोधी प्रोपेगेंडा है ‘पाताल लोक’
कुछ और चीजों को देखें तो एक कुतिया का नाम सावित्री है। गुंडों का कनेक्शन चित्रकूट से है, जहाँ दत्तात्रेय, वाल्मीकि, मार्कण्डेय और अत्रि जैसे ऋषियों ने क़दम रखे थे। क्या जानबूझ कर रामायण से जुड़े स्थान को गुंडों से जोड़ कर दिखाया गया? इन सबके बारे में सोशल मीडिया पर भी चर्चा चल रही है। वैसे बॉलीवुड पहले से ही गुंडों को चन्दन-टीका करने वाला और महादेव या देवी का भक्त बताता रहा है। हाँ, ‘अच्छे मुसलमान’ ज़रूर पाँच वक़्त नमाज पढ़ते हैं।
इसका अर्थ क्या निकाला जाए? यही कि जो ज्यादा शास्त्र पढ़ लेता है या फिर मंदिरों वगैरह से जिसका ज़्यादा जुड़ाव है- वो गुंडा और कातिल बन जाता है? वामपंथी पत्रकार को पाकिस्तान जाने धमकियाँ मिलती है। इन चीजों से पता चलता है कि ये सीरीज पूरी तरह वामपंथी प्रोपेगेंडा है।