सुबह सुबह पिक्चर देखने चले गए थे कि आमिर खान और अमिताभ बच्चन की फिल्म Mr perfectionist की फिल्म है तो सोचा की बेहतरीन होगी लेकिन डायरेक्टर साहब ने ऐसा कूड़ा डाला था मूड खराब हो गया. न तो कहानी बढ़िया थी ना ही निर्देशन बढ़िया था अभिनेताओं ने बस चलाया था गाने बे सिर पैर के लग रहे थे निर्देशक साहब का उद्देश्य केवल 300 करोड़ खर्च करना था 30 करोड़ में भी ऐसे अच्छी फिल्म बनाई जा सकती थी निर्देशक निर्देशक साहब ने जिस एंगल से फिल्म को शूट किया है वह तो क्रोमा पर भी बन सकते थे एक बेहतरीन कलाकारों की टीम लेकर इतना बड़ा कूड़ा तैयार करना हद होती है
very excited and grabbed first show to see Magic of Aamir and Amitabh.. very much underperforming film.. poor direction, ultra poor story, worst editing, katrina tu to kuchh bhi.. actualy director tried copying from Bahubali, Karma, bunty & babli, is chakkar me pata nahi kya ka kya bana daala.. tyohaar kharaab kar diya. kisi aur ko mauka de dete bhai..