अभी हमारे यहां मूवी हमारे इतिहास को दर्शाता है जिससे हम बहुत ही सीख ले सकते हैं कि आज भी निम्न जाति वाले लोग को कम दर्जा दिया जाता है यह हाला की मूवी 1995 के दशक की है बट लेकिन मुझे नहीं लगता कि आज भी हमारे देश में जातिवादी नहीं होती है इसलिए इस मूवी से हमें यह सीखना चाहिए कि हम जातिवादी को दूर करें और सब को एक समान दर्जा दिया जाए यह मूवी बहुत ही दर्दनाक मूवी थी जिससे हमें बहुत ही सीख मिलती है अगर हम सच्चाई की राह पर जितना भी लड़े वहां पर जीत हमें हासिल होती है और इस मूवी में एडवोकेट के भूमिका को बहुत अच्छे से दर्शाया गया है पुलिस की अच्छाई और निर्मलता को भी दर्शाया गया है और पुलिस की इस दुष्ट व्यवहार को भी दर्शाया गया है जिससे हमारे जनता वादी को बहुत ही दुख होता है कि उस समय और इस समय भी अगर ऐसा चल रहा हो तो यह बहुत ही घातक होगा हमारे देश के लिए