शर्मिंदगी होती है ऐसी मानसिकता पर जो सनातन संस्कृति का इस प्रकार मजाक उड़ाते है। क्या हिन्दू इस प्रकार की विशिप्त मानसिकता का होता है। क्या हमारे मंदिरों में साधू संत इस प्रकार मीट मांस खाते है। सेंसर बोर्ड को किसी धर्म विशेष को आहात करने वाले इस प्रकार के घटिया सोच वाले लोगो की बनाई गई वेब सीरिज पर कोई आपत्ति नही। इतना कमजोर है हमारे यहाँ का संविधान। मुझे शर्म आती है तुम्हे हिंदू कहने में। तुम उन कुत्तो के तलवे चाटने वाले लोग हो। आज जो तुम बो रहे हो वो आने वाली पीढ़ियों को तबाह बर्बाद करोगे। तुम गिद्ध हो। अनुष्का शर्मा तुम सिर्फ एक भांड हो। कोई सनातनी संस्कृति की उपदेशक नही। तुम पर थू है।