निशब्द.... मेरे लिए या हम सब के लिऐ हर वो इंसान जो समाज के शोषित पीड़ित वर्ग के लिए काम कर रहे हैं वो भगवान है। सिनेमा हमारे समाज का आइना होता है। सोचिए हमारा समाज कैसा हे।
रक्षक ही भक्षक हो वो समाज कैसा हो सकता है।
पता नहीं ये सिनेमा ट्रेंडिंग रहेगा या नही। लोग देखेंगे या नही
पर हर वो प्रयास वंदनीय है जो शोषण को उजागर करता है।