किताब अच्छी है। बंधी बंधाई लीक से अलग दृष्टि प्रदान करती है, व्यावहारिक जमीन पर सही गलत के निरपेक्ष विश्लेषण और विवेचना के लिए आधार प्रदान करती है।
इसमें आम जनमानस की सोच के उलट, पांडवों, वरिष्ठ कुरुजनों को कोई क्लीनचिट प्रदान करने की जगह उन पर प्रश्न खड़ा करने का साहस किया गया है, जो बेहद महत्वपूर्ण लेखकीय कर्म है। इस साहस और व्यवाहारिकता को इतनी रचनात्मकता के साथ प्रस्तुत करने के लिए लेखक निश्चय ही धन्यवाद के पात्र हैं।