ऐकदम बकवास धारावाहिक है, ईस धारावाहिक से भारतके क ई परिवारों को खतम कर रहे है,
ये धारावाहिक बनाने वाला सिर्फ रुपये बनाना चाहता है और कुच नही, समाजकी कोई जिम्मेदारी नहीं है, समाजका समय और परिवार की ऐकता तोडने की बात बताई जाती है,
धारावाहिक तो तारक मेहता का उलटा चश्मा है, जो समाज को सही राह और मनोरंजन पुरा पाडता है, ऐसी धारावाहिक बननी चाहिए ना की बकवास कुंडली भाग्य जैसी,