भारतीय सामाजिक जाति व्यवस्था पर गहन चिंतन अध्ययन विश्लेषण किया गया है बाबा साहब डॉ. बी.आर.अंबेडकर जी द्वारा भारत की प्रगति में जाति प्रथा घोर बाधक का काम कर रही है, जबतक भारतीय समाज समतामूलक समाज नही बन जाता भारत की दुर्दशा नही सुधरने वाली,जातीय विध्वंशकारी दोष को हमे हर हाल में नष्ट करना होगा सभी वर्गो को समान अधिकार अवसर देना होगा तभी विकास पथ पर आगे बढ़ा जा सकता है संविधान हमे आर्धिक सामाजिक राजनीतिक धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करता है, क्या वास्तव में हम पूर्णत समतामूलक समाज बन पाए है नही क्योंकि धर्म हमे वर्गो जाती उपजाति में बांटता है,सभी प्रबुद्ध महामानव जाति का विनाश पुस्तक अवश्य पढ़े,भारत का भविष्य निर्धारित करती पुस्तक है !