भारत में रहने वाले तमाम हिन्दू बुद्धिजीवी जो खुद को धर्मनिरपेक्ष मानते है उनको ये किताब जरूर पढ़नी चाहिए इससे उनके मन के कीड़े मर जायेंगे! बहुमत का महत्व इस किताब में अच्छी तरह बताया गया है.. बिना बहुमत और ताकत के कोई भी व्यक्ति, परिवार, गौत्र, सम्प्रदाय और धर्म पूरी दुनिया में कही भी सुरक्षित नहीं है. ताकत होगी तो हीं शान्ति होगी.