यह मूवी नहीं भारत की सच्चाई है खासकर दलितों और पिछड़ी जातियों में यह देखने को मिलता है यूपी और बिहार में यही सच्चाई है अगर गांव में देखा जाए तो इसमें कम दिखाया गया है जो तिरस्कार एक आदमी के साथ होता है जो लोगों को दिखाया नहीं जा रहा है मेरी मूवी को मैं 10 में से 10 दूंगा