RATINGS-
मैं इसके Screenplay/ story को देना चाहूँगा 3 out of 5 stars;
Acting को देना चाहूँगा 3 out of 5 stars.
लेकिन overall मैं इसे 4 stars देना चाहूँगा क्योंकि इसमें एक पूरा स्टार एक्शन डाइरेक्टर के लिए है.
Extra dose-
The GOOD- Extra dose में बात करते हैं What’s good in this movie? और इसमें पहली चीज है इंट्रोडक्शन सीन के लिए जो बिल्ड अप बनाया गया है वो बहुत अच्छे से लिखा गया है. दूसरा, ये पूरी मूवी एक हाई क्लास ड्रामा है जो कहीं कहीं पर तो बोर करती है लेकिन ज्यादातर जगह इसी हाई क्लास ड्रामा के कारण एक्साइटिंग भी है.
तीसरा, संजय दत्त और यश के बीच एक अवटोमत कालाशनिकोवा यानि (AK47) वाला सीन है उसकी सिनेमाटोग्राफी बहुत शानदार है. और चौथा और सबसे खास, क्लाइमेक्स से ठीक पहले टेस्टेस्टेरोन हाई कर देने वाला एक्शन सीन.. बहुत कम एक्शन मूवीज ऐसी होती हैं जिनके बारे में हमें पहले से पता है कि इसमें तो एक्शन जबरदस्त होगा ही लेकिन फिर भी वो हमारी उम्मीदों से ज्यादा अच्छा एक्शन डिलीवर करे.
(2nd take) The BAD- Now the bad, BAD में मैं सबसे पहले रखूँगा यश के कैरेक्टर की डबिंग जो सीरियस डायलाग्स में तो अच्छी है लेकिन बीच बीच में कॉमेडी करने के चक्कर में बहुत अजीब और monotonous सुनाई दे रही थी. दूसरा, कुछ कुछ सीन्स जिनमें रॉकी की तारीफ़ के लिए बार बार प्लेटफार्म जैसा बिल्ड अप किया जा रहा था बीच बीच में, वो ग़ैर जरूरी लग रहा था.एक बार तारीफ़ कर दी शुरु में, बहुत था उतना.. अब हम बात करते हैं रेटिंग्स की.