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जहां भी इस फिल्म का विरोध हो रहा है और सिनेमाघरों मे नही दिखाया जा रहा है, तो इसका यही मतलब है की सचाई को स्वीकार करने में घबराहट हो रही है।
फिल्म को न दिखाकर सच्चाई को छुपाया जा रहा है।
क्योंकि सच हमेशा छुपाया जाता है।