आधी कहानी गलत दिखा रहे है भुज movie में
हीना रहमान नाम की कोई जासूस या किरदार था ही नही,
कहीं कोई भी जिक्र नहीं है,
इतना ओवररेटेड बना दिया है ,
सिर्फ बेफिजूल के डायलॉग पेल रखे है
मजाक बना दिया 1971 war का इन हराम के पिल्लों ने।
हर जगह क2ओ की चाट रहे है दल्ले।